Friday, December 4, 2009

रुसवाई मुहब्बत की

रुसवाई मुहब्बत की कोई महफ़िल में गायेगा,
और उम्मीद भी करता है की वो लौट आएगा ....
अरे पहले मुहब्बत के उसूलों को तो पढ़ लो तुम,
जहाँ तुम तुम दिल उछालोगे, वहीँ ये चोट खायेगा...
-अर्चना

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6 comments:

Vandana Singh said...

nic one archnaji ....i read it on kumar's facebook stetus....

yahan pardesh me rahkar apka pryas hindi k priti sarahniya hai ...
i will wait 4 u on my blog ...thanks

पी.सी.गोदियाल "परचेत" said...

रुसवाई मुहब्बत की कोई महफ़िल में गायेगा,
और उम्मीद भी करता है की वो लौट आएगा ....
अरे पहले मुहब्बत के उसूलों को तो पढ़ लो तुम,
जहाँ तुम तुम दिल उछालोगे, वहीँ ये चोट खायेगा...
Great ! bahut sundar !!

Sulabh Jaiswal "सुलभ" said...

बहुत सही.. वाह!!

MUMBAI TIGER मुम्बई टाईगर said...

sundar......

आभार
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मुम्बई ब्लोगर मीट दिनाक ०६/१२/२००९ साय ३:३० से
नेशनल पार्क बोरीवली मुम्बई के त्रिमुर्तीदिगम्बर जैन टेम्पल
मे होनॆ की सुचना विवेकजी रस्तोगी से प्राप्त हुई...
शुभकामानाऎ
वैसे मै यानी मुम्बई टाईगर इसी नैशनल पार्क मे विचरण करते है.

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जीवन विज्ञान विद्यार्थीयों में व्यवहारिक एवं अभिवृति परिवर्तन सूनिशचित करता है

ताउ के बारे मे अपने विचार कुछ इस तरह

ब्लाग चर्चा मुन्नाभाई सर्किट की..

निर्मला कपिला said...

अरे पहले मुहब्बत के उसूलों को तो पढ़ लो तुम,
जहाँ तुम तुम दिल उछालोगे, वहीँ ये चोट खायेगा...
अरे वाह ये हुई न बात लाजवाब बधाई

Alpana Verma said...

waah!