Thursday, May 8, 2008

शादी

("चोली के पीछे क्या है" गीत के धुन पर आधारित)

शादी के पीछे
क्या है? शादी के पीछे...
रिश्तों को खींचे क्या है ? रिश्तों को खींचे .....

शादी लड्डू है कैसा? खाए रोये ऐसा, खाके भी रोये वैसा ,
क्या करुँ ?
क्या करुँ........ हाय !

लाखों हैं फंसते इसमे,
लाखों हैं फंसते,
मर मर के हँसते इसमे, मर मर के हँसते,
हुसबंद की एक चले, वाइफ को बजट पले,
उस पर बच्चों के सिलसिले , रामजी, रामजी,

शादी से पहले लड़का मख्खन लगता है,
शादी के बाद वही तो ढक्कन लगता है !
मुहब्बत बंद वो करे, बातें भी चंद वो करे,
बेदिल सम्बन्ध वो करे, रामजी , रामजी ...

शादी से पहले लड़की मुनमुन लगती है,
शादी के बाद वही तो टुनटुन लगती है,
बच्चों में गई डूब वो, लड़ती अब बहुत खूब वो,
चाहत का ले अब वो नाम जी, रामजी,

बीवी और माशूका में बोलो तो अन्तर क्या है?
girl friend attention देती है , wife बस टेंशन
देती है !!!
taken for granted लेती है, क्या करुँ?

बीवी हो कैसी बोलो?
बीवी हो कैसी,
शौहर हो कैसा बोलो?
शौहर हो कैसा ,

बीवी लाखों उडाये, शौहर फिर भी मुस्काये,
बहार खाना खिलाये , रामजी, रामजी ,


शादी शुदा होने का अपना मज़ा है,
दुनिया में सिंगल रहना ख़ुद एक सज़ा है,
हाथों में हाथ वो रहे, दुःख सुख में साथ वो रहे,
जीवन में बात वो रहे, रामजी, रामजी,

जीवन ये पल दो पल है, ये जीवन है पल दो पल,
तेरा है आज मगर होगा तू कल,
शादी से अंश बना ले, अपना भी वंश बना ले,
दे जाओ जग को अपना नाम जी, रामजी,

राबड़ी बगैर लालू किस काम का,
लालू बगैर राबड़ी किस काम की?
ये तो रिश्ता है ऐसा, दिल का साँसों से जैसा,
हमने खुदाई इसके नाम की....

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