Wednesday, August 6, 2008

बूझ मेरा क्या song रे?- tritiya

सॉरी मित्रों , आप से वादा किया था बूझो सीरीज़ के अगले अंक का | काम इतना हो गया की पूछो मत |
चलिए , देर आए, दुरुस्त आए | सवाल थोड़े टफ बंनाने के लिए अब की बार सिर्फ़ एक ही लाइन दिया है पर मुझे पता है की आप लोग इसे भी आसानी से भांप लेंगे | कृपया कर पूरा मुखडा बताइयेगा -
और हाँ , no cheating ! अरे ! आए तो आए, नहीं तो नहीं की सी बात ....

अंतरे से मुखडा बताइए ..

१. इनकी मीठी बातें ये मतवाली आँखें ज़हर है प्यार का |

२. जब हम न होंगे तब हमारी ख़ाक पर तुम रुकोगे चलते चलते ,

३. इक हवा का मैं झोंका , दे जाउंगी मैं धोखा , ऐसा मौका तो आने दो

४. कौन जाने बंसुरिया किसको बुलाए ?

५. देर न करना कहीं ये आस टूट जाए , साथ टूट जाए ..

६. वरना क्या बात थी तू कोई सितमगर तो नहीं ?

७. सोचा था ये बढ़ जाएँगी तन्हाईयाँ जब रातों की ,

८. तुमने तो आकाश बिछाया , मेरे नंगे पैरों में ज़मीं है ,

९. मैंने सिन्दूर से मांग अपनी भरी, रूप सैयां के कारण सजाया ,

१०.सखियाँ न मारो मोहे ताने , जिसको न लागी वो क्या जाने ?

११. मेरा पागल पना तो कोई देखो पुकारूं मैं चन्दा को साजन के नाम से |

१२. दिया टूटे तो है माटि , जले तो ये ज्योति बने ...

१३. गुण तो न था कोई भी, अवगुण मेरे भुला देना |

१४. पूछे कोई दर्द-ऐ-वफ़ा कौन दे गया ? रातों को जागने की सज़ा कौन दे गया ?

१५. न देंगे तुझे इल्जाम बेवफाई का, मगर गिला तो करेंगे तेरी जुदाई का ...

सोचो ,सोचो ,सोचो ....

-अर्चना

No comments: